10,422
edits
JaspalSoni (talk | contribs) No edit summary |
JaspalSoni (talk | contribs) No edit summary Tags: Mobile edit Mobile web edit |
||
| Line 1: | Line 1: | ||
<languages /> | <languages /> | ||
[[Special:MyLanguage/Great Central Sun|महान केंद्रीय सूर्य]] (Great Central Sun) में स्थित '''अल्फा''' (Alpha) ईश्वर का सबसे महानतम रूप है। '''ओमेगा''', (Omega) जो माँ का ईश्वरीय स्वरुप है, अल्फा की समरूप जोड़ी (Twin Flame) हैं। [[Special:MyLanguage/John the Beloved| जॉन ]] (John the Beloved) ने इनके बारे में [[Special:MyLanguage/Book of Revelation| बुक ऑफ़ रेवेलेशन]] (Book of Revelation) किताब में लिखा है। उन्होंने कहा है कि "अल्फा और ओमेगा प्रारम्भ और अंत दोनों में निहित हैं"। ये दोनों मिलकर सभी जीवन चक्रों की शुरुआत तथा उनके अंत पर ध्यान केंद्रित करते हैं। ये [[Special:MyLanguage/City Foursquare| | [[Special:MyLanguage/Great Central Sun|महान केंद्रीय सूर्य]] (Great Central Sun) में स्थित '''अल्फा''' (Alpha) ईश्वर का सबसे महानतम रूप है। '''ओमेगा''', (Omega) जो माँ का ईश्वरीय स्वरुप है, अल्फा की समरूप जोड़ी (Twin Flame) हैं। [[Special:MyLanguage/John the Beloved| जॉन ]] (John the Beloved) ने इनके बारे में [[Special:MyLanguage/Book of Revelation| बुक ऑफ़ रेवेलेशन]] (Book of Revelation) किताब में लिखा है। उन्होंने कहा है कि "अल्फा और ओमेगा प्रारम्भ और अंत दोनों में निहित हैं"। ये दोनों मिलकर सभी जीवन चक्रों की शुरुआत तथा उनके अंत पर ध्यान केंद्रित करते हैं। ये [[Special:MyLanguage/City Foursquare|सिटी फोरस्क्वायर]] (City Foursquare) के [[Special:MyLanguage/The Hub|केंद्र]] (the Hub) से हमें अपना प्रकाश भेजते हैं और [[Special:MyLanguage/Twelve hierarchies of the Sun|सूरज के बारह सोपानों]] (twelve hierarchies of the Sun) की अध्यक्षता भी करते हैं। | ||
पृथ्वी पर क्रमिक विकास की पद्धति में, अल्फा और ओमेगा ग्रेट सेंट्रल सन में स्थित हैं तथा ये '''पिता और माता का ईश्वरीय रूप''' कहलाते हैं। अल्फा प्रथम किरण तथा ओमेगा सातवीं किरण पर विराजमान हैं। यह समरूप जोड़ी देवता की पुरुषोचित एव स्त्रियोचित ध्रुवी का महानतम रूप है। | पृथ्वी पर क्रमिक विकास की पद्धति में, अल्फा और ओमेगा ग्रेट सेंट्रल सन में स्थित हैं तथा ये '''पिता और माता का ईश्वरीय रूप''' कहलाते हैं। अल्फा प्रथम किरण तथा ओमेगा सातवीं किरण पर विराजमान हैं। यह समरूप जोड़ी देवता की पुरुषोचित एव स्त्रियोचित ध्रुवी का महानतम रूप है। | ||
edits