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JaspalSoni (talk | contribs) (Created page with "मैं रूबी-रे के आदेशों की कार्रवाई में आपके प्रयासों की प्रशंसा करने आया हूँ। मैं आपको यह बताने आया हूँ कि आज पृथ्वी पर कई मसीह-विरोधी बंधे हुए हैं। और मैं चाहता हूँ कि आप दुनिया में उस...") Tags: Mobile edit Mobile web edit |
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<blockquote>आप ईश्वर से प्रार्थना कीजिये कि वे आत्मिक चेतना के तीसरे शत्रु का नाश करें। ऐसे लोग और उनके सभी साथियों को रोकना अत्यंत आवश्यक है। गलत मनुष्य और गलत सोच दोनों ही आत्मिक चेतना के शत्रु हैं। ये वहां पनपते हैं जहां नैतिक मूल्यों की कमी होती है, इंसान निर्बल होता है तथा समाज टूटा हुआ होता है।<ref>{{POWref|40|40|, ५ अक्टूबर १९९७ }}</ref></blockquote> | <blockquote>आप ईश्वर से प्रार्थना कीजिये कि वे आत्मिक चेतना के तीसरे शत्रु का नाश करें। ऐसे लोग और उनके सभी साथियों को रोकना अत्यंत आवश्यक है। गलत मनुष्य और गलत सोच दोनों ही आत्मिक चेतना के शत्रु हैं। ये वहां पनपते हैं जहां नैतिक मूल्यों की कमी होती है, इंसान निर्बल होता है तथा समाज टूटा हुआ होता है।<ref>{{POWref|40|40|, ५ अक्टूबर १९९७ }}</ref></blockquote> | ||
[[रूबी | [[रूबी रंग की किरण के बुध]] ने कहा है: | ||
(The Buddha of the Ruby Ray has said) | (The Buddha of the Ruby Ray has said) | ||
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