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Saint Germain/hi: Difference between revisions

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(Created page with "१९६१ में संत जर्मेन ने पृथ्वी पर अपने प्रतिनिधि, संदेशवाहक मार्क एल. प्रोफेट से संपर्क किया और प्राचीन काल के स्वामी (सनत कुमार) और उनके प्रथम और दूसरे श...")
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१९६१ में संत जर्मेन ने पृथ्वी पर अपने प्रतिनिधि, संदेशवाहक [[Special:MyLanguage/Mark L. Prophet|मार्क एल. प्रोफेट]] से संपर्क किया और [[Special:MyLanguage/Ancient of Days|प्राचीन काल]] के स्वामी (सनत कुमार) और उनके प्रथम और दूसरे शिष्य शिष्य [[Special:MyLanguage/Gautama|गौतम]] और [[Special:MyLanguage/Lord Maitreya|मैत्रेय]] की स्मृति में [[Special:MyLanguage/Keepers of the Flame Fraternity|लौ रक्षक बिरादरी]] (कीपर्स ऑफ़ द फ्लेम फ्रैटरनिटी) की स्थापना की। इनका उद्देश्य उन सभी लोगों को पुनर्जागृत करना था जो मूल रूप से [[Special:MyLanguage/Sanat Kumara|सनत कुमार]] के साथ पृथ्वी पर आए थे। ये लोग पृथ्वी पर शिक्षकों के रूप में आये थे और इनका काम लोगों की सेवा करना था परन्तु यहाँ आकर वे सब बातें ये बातें भूल गए थे। संत जर्मेन का कार्य उन सबकी स्मृति को पुनर्स्थापित करना था।
१९६१ में संत जर्मेन ने पृथ्वी पर अपने प्रतिनिधि, संदेशवाहक [[Special:MyLanguage/Mark L. Prophet|मार्क एल. प्रोफेट]] से संपर्क किया और [[Special:MyLanguage/Ancient of Days|प्राचीन काल]] के स्वामी (सनत कुमार) और उनके प्रथम और दूसरे शिष्य शिष्य [[Special:MyLanguage/Gautama|गौतम]] और [[Special:MyLanguage/Lord Maitreya|मैत्रेय]] की स्मृति में [[Special:MyLanguage/Keepers of the Flame Fraternity|लौ रक्षक बिरादरी]] (कीपर्स ऑफ़ द फ्लेम फ्रैटरनिटी) की स्थापना की। इनका उद्देश्य उन सभी लोगों को पुनर्जागृत करना था जो मूल रूप से [[Special:MyLanguage/Sanat Kumara|सनत कुमार]] के साथ पृथ्वी पर आए थे। ये लोग पृथ्वी पर शिक्षकों के रूप में आये थे और इनका काम लोगों की सेवा करना था परन्तु यहाँ आकर वे सब बातें ये बातें भूल गए थे। संत जर्मेन का कार्य उन सबकी स्मृति को पुनर्स्थापित करना था।


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इस प्रकार संत जर्मेन ने मूल लौ रक्षकों को प्राचीन काल के स्वामी की वाणी को ध्यान से सुनने को कहा। उन्होंने इन सभी लोगों को अपनी आत्मा में जीवन की ज्वाला और स्वतंत्रता की पवित्र अग्नि को पुनः प्रज्वलित करने और अपने जीवन को ईश्वर की सेवा में पुनः समर्पित करने के आह्वान दिया। संत जर्मेन लौ रक्षक बिरादरी के शूरवीर सेनाध्यक्ष हैं।
Thus, Saint Germain recalled the original keepers of the flame to hearken to the voice of the Ancient of Days and to answer the call to reconsecrate their lives to the rekindling of the flame of life and the sacred fires of freedom in the souls of God’s people. Saint Germain is the Knight Commander of the Keepers of the Flame Fraternity.
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